शाश्वत संस्कृतम्’ श्रृंखला के विषय में-
• राष्ट्रीय पाठ्चर्या के मानकों और उद्देश्यों पर आधारित श्रृंखला।
• पाठ्यपुस्तक तथा अभ्यास-पुस्तिका का सम्मिलित रूप।
• भाषा-कौशल- श्रवण, वाचन, पठन, लेखन के विकास में रचना।
• साहित्य की विविध विधाओं में रोचक और सरस पाठों की स्तरानुकूल रचना।
• बाल-मनोविज्ञान पर आधारित रोचक और मनोवैज्ञानिक प्रविधियों पर बल।
• पारिवारिक, नैतिक, सामाजिक और राष्टीय मूल्यों के विकास में सहायक पाठ्य-सामग्री।
• आकर्षक चित्रों और गतिविधियों से सुसज्जित।
• शब्द भंडार में वृद्धि, शुद्ध वर्तनी का ज्ञान तथा भाषा का परिमार्जित रूप।
• संतुलित एवं क्रमिक अभ्यास।
• संस्कृत भाषा के व्याकरणिक नियमों का व्यावहारिक प्रयोग।