प्रमुख विशेषताएँ :-
• प्रस्तावित सतत एवं व्यापक मूल्यांकन पद्धति के अंतर्गत हर तरह के संभावित प्रश्नों का समावेश
• सरल, सुबोध एवं रोचक अभ्यास;
• मौखिक व लिखित के अंतर्गत पाठगत प्रश्नों को शामिल किया गया है, जिसमें विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर का सूक्ष्मता से ध्यान रखा गया है।
• अभ्यास प्रश्नों के उत्तर उल्लेखित करने के लिए पर्याप्त रिक्त स्थान दिया गया है।
• विद्यार्थियों के त्वरित आकलन के लिए मौखिक प्रश्न सभी अभ्यासों में।
• 'गतिविधि' के अंतर्गत भाषण- संभाषण, समूह चर्चा, उपक्रम, कृति, परियोजना कार्य आदि कार्यों को भरपूर दिया गया है। भाषा के अध्ययन में पाठ्यपुस्तक लेखन का विशेष महत्व है।